सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नए दिशा निर्देश (Sahayak professor ke liye UGC nayi disha nirdesh)

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Sahayak professor ke liye UGC nayi disha nirdesh

सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नए दिशा निर्देश (Sahayak professor ke liye UGC nayi disha nirdesh) | सहायक प्रोफेसर बनने के लिए यूजीसी के नए निर्देश कौनकौन से हैं | यूजीसी नई दिशा निर्देश के द्वारा सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए क्या निर्देश लागू किए हैं? इन सभी प्रश्नों के बारे में आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे।

ऐसे बहुत से छात्र होते हैं जो भविष्य में एक सहायक प्रोफेसर के रूप में काम करने को इच्छुक होते हैं लेकिन सहायक प्रोफेसर बने कैसे? इसके लिए कौन-कौन से नए निर्देश लागू हुए हैं आदि जैसे जानकारी बहुत से छात्रों को नहीं होती है।

इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नई दिशा निर्देश के बारे में बात करने वाले हैं हमारे आर्टिकल में अंत तक जरूर बन रहे हम आपको प्रोफेसर के लिए यूजीसी नई दिशा निर्देशों के बारे में सभी प्रकार के संपूर्ण जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

तो चलिए अब हम जानते हैं यूजीसी नई दिशा निर्देश कौन-कौन से हैं।

सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नए दिशा निर्देश

Sahayak professor ke liye UGC nayi disha nirdesh

इस वर्ष 2023 में सहायक प्रोफेसर के लिए कुछ नई दिशा निर्देश लागू किए गए हैं जिसके अनुसार सहायक प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी की डिग्री अनिवार्य नहीं होगी, लेकिन पीएचडी को ऑप्शनल में कोई भी उम्मीदवार ले सकता है।

अगर सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नई दिशा निर्देश के बारे में विस्तृत जानकारी में बात की जाए तो आपको अब सहायक प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी डिग्री की जरूरत नहीं होगी अब बिना पीएचडी डिग्री के ही सहायक प्रोफेसर बन सकते हैं।

इस वर्ष 1 जुलाई 2023 को पीएसजी की अनिवार्यता सहायक प्रोफेसर बनने हेतु समाप्त कर दी गई है अब आपको सहायक प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी का कोर्स करना अनिवार्य नहीं है।

इस वर्ष यूजीसी ने छात्रों की शैक्षणिक योग्यता में कुछ शैक्षणिक बादलों की है जिसके तहत प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवारों को पीएचडी डिग्री नहीं करना होगा।

उम्मीदवारों को केवल सभी प्रकार की योग्यताओं को पूरा करके प्रोफेसर बनने की परीक्षा देनी होगी इसके उपरांत वह असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम कर सकेंगे और प्रमोशन पाकर प्रोफेसर के उच्च पदों पर नौकरी कर पाएंगे।

NET, SET, SLET आदि जैसी परीक्षाओं को देखकर कोई भी उम्मीदवार बिना पीएचडी का कोर्स किया प्रोफेसर बन सकता है।

1 जुलाई 2023 ये दिशा निर्देश सभी राज्यों में लागू हो चुके हैं, सहायक प्रोफेसर के पद के लिए अब पीएचडी डिग्री वैकल्पिक है।

अब तक हमने जाना की सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी के नए निर्देश क्या है, अब हम पुराने और नए निर्देश दोनों को जानेंगे कि दोनों में क्या अंतर है।

सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी के नए दिशा निर्देश और पुराने दिशा निर्देश

अब तक हमने यह तो जान लिया की सहायक प्रोफेसर बनने के लिए कौन-कौन से नई दिशा निर्देश लागू हुई है, लेकिन अब हम जानेंगे कि पुराने दिशा निर्देश से नए निर्देश में संशोधन करके कौन-कौन से changes किए गए है।

पुराना नियम के अनुसार यूजीसी के निर्देश

यूजीसी के द्वारा पुराने नियम में ये निर्धारित किया गया था, कि कोई भी उम्मीदवार तब तक सहायक प्रोफेसर के पद पर नौकरी नहीं कर सकता है जब तक उसके पास पीएचडी की डिग्री नहीं है।

अभी हाल ही के समय में हुए संशोधन से पहले यूजीसी ने अपने निर्देशों में 2018 में संशोधन किया था जिसमें इसके द्वारा यह अनिवार्य किया गया था कि किसी भी उम्मीदवार को सहायक प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी का कोर्स करना होगा।

नए नियम के अनुसार सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नई दिशा निर्देश

सहायक प्रोफेसर बनने के लिए नए निर्देश अभी हाल ही के कुछ समय पहले 1 जुलाई 2023 को लागू किया गया है जिसके अनुसार सहायक प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवारों की पीएचडी की डिग्री की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है।

अब जो भी उम्मीदवार सहायक प्रोफेसर के रूप में नौकरी करना चाहता है उसे केवल स्नातक एवं अन्य कुछ योग्यताओं को पूरा करके सहायक प्रोफेसर बनने की प्रक्रिया को पूरा करना होगा।

हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि जो उम्मीदवार पीएचडी का कोर्स कर चुके हैं वह सहायक प्रोफेसर नहीं बन सकते है।

पीएचडी के कोर्स की केवल अनिवार्यता खत्म कर दी गई है छात्र चाहे तो वैकल्पिक विषय के रूप में पीएचडी का कोर्स कर सकते हैं।

FAQ – सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नए दिशा निर्देश से संबंधित कुछ प्रश्न

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अब तक हमने जाना की सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नई दिशा निर्देश क्या है उनमें क्या संशोधन किया गया है, इसके अलावा मैंने पुराने नियम और नए नियम दोनों नियमों के बारे में आपको बताया है अब हम इससे संबंधित कुछ प्रश्नों को भी जानेंगे इसे भी अवश्य पढ़े।

#1. क्या 2023 से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीएचडी अनिवार्य है?

जी नहीं इस वर्ष 2023 में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीएचडी की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है, इस वर्ष 1 जुलाई 2023 को ही ये समाचार यूजीसी के द्वारा दिया गया कि असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए पीएचडी डिग्री अनिवार्य नहीं है।

#2. सहायक प्रोफेसर भर्ती के लिए यूजीसी के नए नियम क्या हैं?

अगर यूजीसी के नए नियम के बारे में बात की जाए तो सहायक प्रोफेसर भर्ती के लिए यूजीसी के नए नियम के अनुसार जो भी उम्मीदवार सहायक प्रोफेसर बनना चाहता है उन्हें पीएचडी का कोर्स करना जरूरी नहीं है।

#3. असिस्टेंट प्रोफेसर कौन बन सकता है?

ऐसा कोई भी उम्मीदवार जो नेट/ स्लेट/ सेट आदि में से कोई भी परीक्षा पास की हो वह उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकता है।

#4. क्या हम पीएचडी के बिना प्रोफेसर बन सकते हैं?

जी हां आप पीएचडी के बिना प्रोफेसर बन सकते हैं पीएचडी कोर्स करने की अनिवार्यता प्रोफेसर के लिए खत्म कर दी गई है इसलिए पीएचडी के बिना भी कोई भी उम्मीदवार प्रोफेसर बन सकता है।

निष्कर्ष – सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी नए दिशा निर्देश

आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको मुख्य रूप से सहायक प्रोफेसर के लिए यूजीसी के नए दिशा निर्देशों को बताया है।

यूजीसी के कौन-कौन से निर्देश इस वर्ष सहायक प्रोफेसर बनने के लिए लागू हुए हैं उन सभी का विवरण इस आर्टिकल में हमने जाना।

इसके अलावा मैंने आपको यूजीसी के पुराने और नए निर्देशों के संशोधन के बारे में भी बताया है अंत में मैंने इससे जुड़े कुछ प्रश्नों के बारे में भी विस्तृत विवरण बताया है।

आशा करती हूं हमारे द्वारा दी की जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े प्रश्न हो तो कमेंट करके मुझसे पूछे।

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