Pilot kaise bane – कई लोगो ने बचपन से ही पायलट बनने का सपना देखा होता है। आसमान में उड़ान भरना और दुनिया को ऊपर से देखने का अनुभव वाकई में बहुत अद्भुत होता है। एक बार जब आपको विमान के प्रति जुनून पैदा हो जाता है, तो आप इसे रोक नहीं पाते, बल्कि इसे आप अपने जीवन का लक्ष्य बना लेते हैं, सच कहे तो पायलट बनना बेहद ज़िम्मेदारी भरा करियर है जो कभी भी पुराना नहीं होगा और आपको कई सुविधाएँ प्रदान करता है।
पायलट बनना सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि एक सम्मानजनक और रोमांचक करियर है, जो ऊंचाई पर बादलों के बीच विमान उड़ाना जितना ग्लैमरस दिखता है, उतना ही ये जिम्मेदारी, अनुशासन और तकनीकी ज्ञान भी उतना ही जरुरी है।
आज कल भारत में एविएशन इंडस्ट्री तेज़ी से बढ़ रही है जिससे पायलट की डिमांड लगातार बढ़ रही है, जिससे करियर विकल्प और भी आकर्षक हो गया है।
जो पायलट बनना चाहते हे उसमे से बहोत सारे लोगो के मन में ऐसे सवाल आते हे जैसे की pilot banne ke liye kya kare, pilot banne ke liye qualification, pilot banne ke liye kya kare, Indian Air Force pilot kaise bane, Pilot banne ke liye qualification, Pilot banne ki process, Pilot banne ke liye kya kare, CPL kaise le, DGCA pilot license, Pilot course in India
पायलट कैसे बनें? (pilot kaise bane)

हम आपको विस्तार से बताएंगे कि पायलट कैसे बनें, पायलट बनने में कुल कितना खर्च, योग्यता, और इस करियर की संभावना कितनी है।
पायलट बनने के लिए सबसे पहले आप को 12वीं कक्षा पास करनी पड़ती है, और 12वीं कक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विषय होने ही चाहिए। कुछ एयरलाइनों को 50% से अधिक अंकों की आवश्यकता होती है, जबकि अन्य को 60% से अधिक की आवश्यकता होती है.
DGCA-मान्य (Approved) Flying School:
पायलट बनने के लिए भारत में प्रशिक्षण केवल DGCA-approved Flying Training Organisations (FTOs) से लीजिये।— DGCA की सूची और उनका विवरण उपलब्ध है। किसी स्कूल का रिकॉर्ड, फ़्लीट, placement/cadet tie-ups और safety record चेक करें।
DGCA (Directorate General of Civil Aviation) भारत में सिविल एविएशन का रेगुलेटरी बॉडी है।
अगर आप पायलट बनना चाहते हैं, तो आपको ऐसी फ्लाइंग ट्रेनिंग लेनी होगी जो DGCA द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल (FTO) से हो, क्योंकि सिर्फ वहीं से ली गई ट्रेनिंग आपके Commercial Pilot License (CPL) के लिए सही मानी जाती है।
Pilot banne ke liye medical test:
पायलट बनने के लिए सबसे पहले मेडिकल फिटनेस करवा ना जरुरी है।
CPL के लिए DGCA Class-1 मेडिकल सर्टिफिकेट ज़रूरी होता है — ये DGCA-अनुमोदित Aviation Medical Examiner (AME) से लेना पड़ता है। मेडिकल सामान्यतः हर साल/नियम के अनुसार नवीनीकरण चाहिए।
Commercial pilot kaise bane
कमर्शियल पायलट बनने के लिए, आपको DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) द्वारा जारी कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) प्राप्त करना होगा. इसके लिए, आपको 12वीं कक्षा विज्ञान (PCM) के साथ पास करनी होगी, एक फ्लाइंग स्कूल में प्रवेश लेना होगा, और फिर विभिन्न लाइसेंस प्राप्त करने होंगे, जिसमें छात्र पायलट लाइसेंस (SPL), प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL), और अंत में CPL शामिल हैं, इन सभी लाइसेंस के बारे में निचे माहिती दी गयी है
Student Pilot Licence (SPL):
पायलट बनने के लिए Student Pilot Licence (SPL) ट्रेनिंग का पहला कदम माना जाता है
स्कूल में दाखिला लेकर आप SPL के लिए आवेदन कर सकते हैं। SPL मिलने के बाद आप प्रशिक्षक की निगरानी/कंडीशन्स के तहत solo फ्लाइट कर सकते हैं (ट्रेनिंग के हिस्से के रूप में)। जहा से आपकी Ground theory शुरू होती है।
Ground School (Theory):
पायलट बनने के लिए Ground School (Theory) विषय जो ज़रूरी है।
पायलट बनने के लिए DGCA के अनुसार ये सब टॉपिक्स के बारे में पता होना जरुरी हैं।
Air Regulations / Air Law, Aviation Meteorology, Air Navigation & Flight Planning, Technical General / Aircraft सिस्टम्स और Human Performance / Communications (RT) आदि। ये सभी विषय DGCA परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।
कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) का रास्ता:
पायलट बनने के लिए कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) का रास्ता सबसे लोकप्रिय और सरल तरीका है, जिससे आप एयरलाइन पायलट या चार्टर फ्लाइट पायलट बन सकते हैं।
स्टेप्स:
12वीं पास फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषय जरूरी है
- स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (SPL) लेना आवशयक है
- DGCA-अप्रूव्ड फ्लाइंग स्कूल से ट्रेनिंग (200 घंटे फ्लाइंग) लेनी जरूरी है
- कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) के लिए परीक्षा और मेडिकल फिटनेस लेना जरूरी है
- एयरलाइन में एप्लाई कर के टाइप-रेटिंग ट्रेनिंग लेनी पड़ती है
कैरियर:
पायलट कई तरीके के होते है जैसे एयरलाइन पायलट, चार्टर पायलट, कार्गो पायलट और कॉर्पोरेट जेट पायलट जैसे करियर ऑप्शन मिलते है|
इंडियन एयर फोर्स (IAF) का रास्ता:
अगर आप देश की सेवा करना चाहते हो, तो आपके लिए एयर फोर्स सबसे बेहतर विकल्प है।
स्टेप्स:
- NDA (12वीं के बाद) या CDS (ग्रेजुएशन के बाद) परीक्षा देनी पड़ती है
- SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट करवाना पड़ता है
- एयर फोर्स अकादमी (AFA) में फ्लाइंग ट्रेनिंग लेनी पड़ती है
- कमीशन मिलने के बाद फाइटर, ट्रांसपोर्ट या हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में सेवा करनी पड़ती है
कैरियर:
पायलट कई तरीके के होते है जैसे फाइटर पायलट, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पायलट और हेलीकॉप्टर पायलट जैसे करियर ऑप्शन मिलते है अगर आप चाहे तो रिटायरमेंट के बाद कमर्शियल पायलट भी बन सकते है।
Also Read – आईएएस बनने के लिए कितनी लंबाई चाहिए (IAS banne ke liye kitni lambai chahiye)
प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL):
प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL) का रास्ता उन लोगों के लिए है जो पायलटिंग को शौक या पर्सनल ट्रैवल करना चाहते हैं, ना कि प्रोफेशन के रूप में।
स्टेप्स:
- इसके लिए आपको 12वीं पास (फिजिक्स और मैथ्स वांछनीय) विषय जरूरी है
- DGCA-अप्रूव्ड फ्लाइंग स्कूल से 40-50 घंटे फ्लाइंग ट्रेनिंग लेनी पड़ती है
- थ्योरी और प्रैक्टिकल परीक्षा देनी पड़ती है
- PPL हासिल करने के बाद आप सिर्फ नॉन-कमर्शियल फ्लाइट उड़ा सकते हैं
कैरियर/उपयोग:
पर्सनल उड़ान, रिक्रिएशनल फ्लाइंग, छोटे प्राइवेट प्लेन
Private Pilot Licence (PPL):
- मिनिमम फ्लाइट-आवर्स (approx.): आमतौर पर PPL के लिए न्यूनतम ~40 घंटे की ट्रेनिंग लेनी पड़ती है(FTO द्वारा निर्धारित होते हुए) — इसके बाद written/skill exams पास करनी पड़ती हैं। PPL प्राप्त करने पर आप गैर-कमर्शियल उड़ानें चला सकते हैं।
Eligibility & प्राथमिक जाँच:
- आवश्यकता: सामान्यतः 12वीं पास होना चाहिए; पहले Physics & Maths मांगा जाता था (नियमन बदलने की खबरें हैं — ध्यान दें)।
- आयु: ट्रेनिंग/लाइसेंस के अलग-अलग हिस्सों के लिए न्यूनतम आयु अलग हो सकती है (SPL/PPL/CPL)। विस्तृत नियम और न्यूनतम आयु DGCA/फ्लाइंग-स्कूल के दस्तावेज़ में देखें।
Skill Test / DGCA Theory Exams
FTO के अंतर्गत आप DGCA के निर्धारित written पेपर्स पास करेंगे और फिर skill टेस्ट (flight test) देना पड़ता है — पास होने पर DGCA आपके नाम पर CPL जारी कर देती है।
Type-Rating & एयरलाइन हायरींग
- एयरलाइन के लिए सामान्यतः आपको उस एयरक्राफ्ट का type-rating चाहिए होगा जो — कई बार एयरलाइन यह ट्रेनिंग (या पार्टली) कराती है। जो कुछ एयरलाइंस cadet या ab-initio प्रोग्राम चलाती हैं जहाँ training → type rating → एयरलाइन जॉइनिंग का क्रम होता है। भारत में MPL जैसे नए मॉडलों पर भी चर्चा चल रही है (DGCA/इंडस्ट्री अपडेट देखें)।
Also Read – प्राइमरी टीचर बनने के लिए क्या करें? (Primary Teacher Kaise Bane)
भारत में टॉप DGCA-Approved Flying Schools की लिस्ट
स्कूल का नाम | लोकेशन | अनुमानित फीस |
Indira Gandhi Institute of Aeronautics | Chandigarh | ₹45 लाख |
Bombay Flying Club | Mumbai | ₹38 लाख |
CAE Gondia | Gondia | ₹55 लाख |
Rajiv Gandhi Aviation Academy | Hyderabad | ₹42 लाख |
पायलट बनने के लिए कुछ जरूरी स्किल्स Communication Skills, Decision Making & Problem Solving, Teamwork, Multitasking, High Concentration & Patience और Weather & Navigation Knowledge जैसी स्किल्स जरूरी है।
पायलट सिर्फ एक ही तरह का पेशा नहीं है इसमें अलग-अलग उद्देश्यों, प्रशिक्षण और लाइसेंस के आधार पर पायलट कई प्रकार के होते हैं। हर प्रकार के पायलट के काम की जिम्मेदारियाँ, ट्रेनिंग और करियर के अवसर अलग होते हैं।
एयरलाइन ट्रांसपोर्ट पायलट (Airline Transport Pilot – ATP):
एयरलाइन ट्रांसपोर्ट पायलट में आपका काम पैसेंजर एयरलाइन जैसे Air India, IndiGo, Vistara में बड़े कमर्शियल विमान उड़ाना होता है।
और इसमें आपको Airline Transport Pilot Licence (ATPL) मिलता है CPL के बाद अनुभव और उड़ान घंटे पूरे होने पर मिलता है।
इसमें आपकी जिम्मेदारि लंबी दूरी की उड़ानें, यात्रियों और क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित करना, एयरलाइन ऑपरेशंस का पालन करना होता है।
आपकी सैलरी ₹3 लाख से सुरु होक ₹10 लाख+ / माह तक आपके अनुभव पर निर्भर करती है।
कार्गो पायलट (Cargo Pilot):
कार्गो पायलट में आपका काम पैसेंजर के बजाय माल, सामान, डाक या मेडिकल सप्लाई की हवाई परिवहन करना होता है।
इसमें आपके पास CPL/ATPL का लाइसेंस मिलता है।
इसमें आपकी जिम्मेदारिया कार्गो को समय पर और सुरक्षित तरीके से गंतव्य तक पहुँचाना होता है।
कार्गो पायलट में आपकी सैलरी ₹2 लाख से ₹6 लाख / माह हो सकती है।
ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पायलट (Transport Aircraft Pilot):
ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पायलट में आपका काम सेना या वायुसेना के बड़े ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाना (जैसे C-130J, AN-32) होता है।
इसमें आपकी जिम्मेदारिया सैनिकों, सैन्य उपकरणों और राहत सामग्री की हवाई परिवहन करना होता है।
हेलीकॉप्टर पायलट (Helicopter Pilot):
हेलीकॉप्टर पायलट में आपका काम हेलीकॉप्टर उड़ाकर मेडिकल इमरजेंसी, सर्च एंड रेस्क्यू, पर्यटन या कॉर्पोरेट सेवाएं देना होता है।
इसमें आपको Commercial Pilot Licence (Helicopter) मिलता है।
इसमें आपकी सैलरी ₹1.5 लाख से ₹4 लाख / माह तक हो सकती है।
फ्लाइट इंस्ट्रक्टर (Flight Instructor):
फ्लाइट इंस्ट्रक्टर में आपका काम नए पायलटों को ट्रेनिंग देना (ग्राउंड स्कूल और फ्लाइट ट्रेनिंग दोनों) होता है।
इसमें आपको CPL/ATPL + Flight Instructor Rating (FIR) मिलता है।
इसमें आपकी सैलरी: ₹80,000 से ₹2.5 लाख / माह तक हो सकती है।
टेस्ट पायलट (Test Pilot):
टेस्ट पायलट में आपका काम नए या मॉडिफाइड विमान का परीक्षण करना, प्रदर्शन और सुरक्षा का मूल्यांकन करना होता है।
इसमें आपको आमतौर पर मिलिट्री या विशेष टेस्ट पायलट ट्रेनिंग मिलती है।
इसमें आपकी सैलरी ₹3 लाख से ₹8 लाख / माह तक हो सकती है। और आपके अनुभव पर निर्भर करती है।
पायलट बनने के बाद करियर ऑप्शन (Career Options After Becoming a Pilot)
पायलट लाइसेंस मिल जाने के बाद आपके पास कई तरह के करियर ऑप्शन होते हैं। ये सब ऑप्शन आपकी ट्रेनिंग, लाइसेंस और इंटरेस्ट पर निर्भर करता हैं।
1. एयरलाइन पायलट (Airline Pilot)
2. फ्लाइट इंस्ट्रक्टर (Flight Instructor)
3. कॉर्पोरेट जेट पायलट (Corporate Jet Pilot)
4. कार्गो पायलट (Cargo Pilot)
5. चार्टर सर्विस पायलट (Charter Services Pilot)
6. एयर एम्बुलेंस पायलट (Air Ambulance Pilot)
Also Read – बीएससी आईटी कोर्स क्या है? (BSc IT Kya Hai In Hindi)
विदेश में पायलट ट्रेनिंग का रास्ता Abroad pilot kaise bane)
कई स्टूडेंट्स भारत की तुलना में विदेश में पायलट ट्रेनिंग लेना पसंद करते हैं क्योंकि वहां की ट्रेनिंग क्वालिटी, मौसम और इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर मिलता है।
Popular Countries for Pilot Training
- USA – FAA License, बेहतरीन फ्लाइट स्कूल, कम समय में ट्रेनिंग पूरी होने का मौका मिलता है।
- Canada – अच्छे मौसम और स्टैंडर्ड ट्रेनिंग सिस्टम के लिए मशहूर है।
- Australia – अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग, कम भीड़ वाला एयरस्पेस मिलता है।
- South Africa – किफायती फीस और तेज़ ट्रेनिंग प्रोसेस मिलता है।
FAA vs EASA vs DGCA License Comparison:
License | Full Form | Scope | Conversion to DGCA |
FAA | Federal Aviation Administration (USA) | USA और FAA मान्यता प्राप्त देशों में वैध | DGCA Conversion Test + Flight Hours |
EASA | European Union Aviation Safety Agency | यूरोप और EASA देशों में वैध | DGCA Conversion Test + Flight Hours |
DGCA | Directorate General of Civil Aviation (India) | भारत में वैध | कोई conversion नहीं |
Foreign License Conversion Process in India
- DGCA Medical Class 1 करवानापड़ता है।
- DGCA Theory Exams (Air Navigation, Meteorology, Air Regulations) पास करना पड़ता है।
- आवश्यक फ्लाइट आवर्स DGCA मानकों के अनुसार पुरे करने पड़ते है।
- Skill Test पास करने के बाद DGCA द्वारा Indian CPL जारी किया जाता है।
FAQs — पायलट बनने से जुड़े आम सवाल
1. पायलट बनने के लिए कितने पैसे लगते हैं?
- भारत में CPL की ट्रेनिंग पर ₹35–₹55 लाख खर्च होते हैं, जिसमे Type-Rating के साथ कुल खर्च ₹50–₹80 लाख तक का हो सकता है।
2. CPL के बाद जॉब मिलने में कितना समय लगता है?
- ये आपकी स्किल्स, नेटवर्किंग, और एयरलाइन रिक्वायरमेंट पर निर्भर करता है। जिसमे कई पायलट तुरंत जॉइन कर लेते हैं, तो कुछ को 6–12 महीने भी लग जाते हैं।
3. पायलट का रिटायरमेंट एज क्या है?
- एयरलाइन पायलट के लिए भारत में रिटायरमेंट एज 65 साल का है।
4. क्या चश्मा होने पर पायलट बन सकते हैं?
- हाँ, पर आपकी नजर DGCA के मेडिकल मानकों में आनी जरुरी है तब ही आप पायलट बन सकते है।
5. क्या आर्मी पायलट रिटायरमेंट के बाद एयरलाइन में आ सकते हैं?
- हाँ, पर उनके पास DGCA CPL/ATPL हो और आवश्यक ट्रेनिंग के साथ Type-Rating होनी जरुरी है।