बैंक मैनेजर कैसे बने? कोनसा कोर्स, कितना पगार, किया काम (How To Become Bank Manager After 12th) 

By Trusted Khabar

Published on:

How To Become Bank Manager After 12th

(How To Become Bank Manager After 12th) – जब हम छोटे थे और पहली बार पापा के साथ बैंक गए थे तब हमें एक बार दिमाग में तो आया ही होगा की बड़े होकर बैंक मैनेजर बनना है, तब पैसे गिनना और बैंक जाना बोहोत पसंद अता था तो चलो जानते है बैंक मैनेजर बनने के लिए किया करे ( Bank Manager After 12th) । 

बैंक मैनेजर बनने की सही उम्र, बैंक मैनेजर रिटायर कब होते हे, सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक में मैनेजर को कितनी पगार मिलती हे, बैंक मैनेजर बनने के लिए कोनसा कोर्स ले, बारवी के बाद किया, बारवी में कोनसा विषय चुने।  

बैंक मैनेजर का पद भारत में एक सम्मानित और जिम्मेदार पद माना जाता है, ये न केवल ऊँचा पद हे, यह पद के साथ आती है बोहोत जिम्मेदारी और इंटेलिजेंस, जिससे आप एक बैंक को संभाल सकते है। भारत में एक बैंक मैनेजर के पद का पगार 30000 से सुरु होता है। बैंक मैनेजर का पद भारत में सम्मान और स्थिर करियर भी प्रदान करता है।

जो लोग बैंक मैनेजर बनना चाहते हैं, उनके मन में अक्सर ऐसे सवाल आते हैं जैसे कि बैंक मैनेजर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है, बैंक मैनेजर बनने की योग्यता क्या है, बैंक मैनेजर के लिए कौन सा एग्जाम देना होता है, बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है, बैंक मैनेजर बनने की प्रक्रिया क्या है, सरकारी बैंक मैनेजर कैसे बने, प्राइवेट बैंक में मैनेजर कैसे बने, और बैंक में प्रमोशन पाकर मैनेजर कैसे बनें। अगर आप भी इन सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं, तो यहाँ आगे पूरी डिटेल्स दी गयी है। 

12वीं के बाद बैंक मैनेजर बनने का पूरा रास्ता (How To Become Bank Manager After 12th)

How To Become Bank Manager After 12th

सही विषय का चुनाव – 12वीं के बाद आपको ग्रेजुएशन के लिए सही विषय चुनना होग।  बैंकिंग करियर के लिए कॉमर्स विषय सबसे फायदेमंद होता है, लेकिन साइंस और आर्ट्स के छात्र भी आगे चल कर बैंक मैनेजर बन सकते हैं। कॉमर्स स्ट्रीम में आप अकाउंट्स, बिज़नेस स्टडीज़ और इकोनॉमिक्स जैसे विषय पढ़ेंग।, जो बैंकिंग में काम आएंगे। 

एक बैंक मैनेजर बैंकों और क्रेडिट यूनियनों जैसे अनेक संस्थानों के संचालन कार्यों के आयोजन और निरीक्षण के लिए जिम्मेदार ह। इनके अलावा, बैंक मैनेजर क्लर्क, बैंक अधिकारियों और मार्गदर्शक के संचालन लिए भी  जिम्मेदार हैं, ताकि वे  बैंक की शाखाओं के प्रदर्शन में सुधार कर सकें। 

बैंक मैनेजर की नौकरी के लिए पहले आपको क्वालीफाई होना पड़ता इन ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, और मैनेजमेंट बैंकिंग कोर्सेज, इस में ग्रेजुएशन के लिए आपको 12th के बाद आपको BBA या MBA लेना पड़ता ह। 

ग्रेजुएशन करना – बैंक मैनेजर बनने के लिए ग्रेजुएशन करना जरुरी है। आप इन कोर्स में से कोई भी चुन सकते ह। 

  • B.Com (Bachelor of Commerce)
  • BBA in Banking & Finance
  • BA in Economics
  • B.Sc. in Economics
  • B.Com (Hons)

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें (How to Prepare for Competitive Exams) – 

भारत में ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंकों में भर्ती IBPS (Institute of Banking Personnel Selection), SBI PO, और RBI Grade B जैसी परीक्षाओं के मदद होती है। 

बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको पहले PO (Probationary Officer) या Officer Scale I के रूप में भर्ती होना पड़ता है, फिर प्रमोशन के जरिए मैनेजर बनते हैं।

प्रमुख परीक्षाएं: बैंक मैनेजर बनने के लिए ये 3 मुख्या परीक्षाएं ह। 

  1. IBPS PO Exam – सभी सरकारी बैंकों (SBI को छोड़कर) के लिए।
  2. SBI PO Exam – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और उसके सहयोगी बैंकों के लिए।
  3. RBI Grade B Exam – रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में भर्ती के लिए।

बैंक मैनेजर का अनुभव क्यों जरूरी है? (Why Experience is Important for a Bank Manager) – 

PO बनने के बाद आपको 2-3 साल का अनुभव और ट्रेनिंग दी जाती है। इस दौरान आप बैंकिंग ऑपरेशंस, कस्टमर सर्विस, लोन प्रोसेसिंग, और मैनेजमेंट स्किल्स सीखते हैं।
अनुभव के आधार पर आपको मैनेजर के पद पर प्रमोशन मिलता है।

Also Read – जानिए डीएम और कमिश्नर में क्या अंतर है? (DM Aur Commissioner Mein Kya Antar Hai)

बैंक मैनेजर बनने के लिए योग्यता (Eligibility) Bank Manager banne ke liye kya qualification chahiye

मापदंडआवश्यक योग्यता
राष्ट्रीयताभारतीय नागरिक
आयु सीमा21 से 30 वर्ष (आरक्षण अनुसार छूट)
शैक्षिक योग्यताकिसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन
अनुभवPO/Officer के रूप में 2-3 साल का अनुभव

Bank Manager kaise bane Step-by-Step)

  1. 12वीं पास करें (अच्छे अंकों के साथ, खासकर कॉमर्स स्ट्रीम में)।
  2. ग्रेजुएशन पूरी करें (बैंकिंग/फाइनेंस से जुड़ा कोर्स बेहतर)।
  3. IBPS PO, SBI PO, या RBI Grade B की तैयारी शुरू करें।
  4. परीक्षा पास कर बैंक में PO/Officer के रूप में जॉइन करें।
  5. 2-3 साल अनुभव लेकर प्रमोशन के जरिए मैनेजर बनें।

जरूरी स्किल्स

  • लीडरशिप और मैनेजमेंट स्किल
  • कस्टमर सर्विस और कम्युनिकेशन
  • फाइनेंशियल नॉलेज
  • समस्या समाधान क्षमता
  • टीमवर्क और टाइम मैनेजमेंट
 बैंक मैनेजर की औसत सैलरी (Average Salary of a Bank Manager in India) – 

बैंक मैनेजर की सैलरी बैंक और लोकेशन के अनुसार अलग-अलग होती है। औसतन:

  • सरकारी बैंक – ₹60,000 से ₹90,000 प्रति माह
  • प्राइवेट बैंक – ₹50,000 से ₹80,000 प्रति माह
  • साथ ही HRA, मेडिकल, बोनस और लोन पर छूट जैसे फायदे भी मिलते हैं।

भविष्य के अवसर बैंक मैनेजर बनने के बाद आप आगे Senior Manager, Chief Manager, AGM (Assistant General Manager) और उससे भी ऊंचे पदों पर प्रमोट हो सकते हैं।

प्राइवेट vs सरकारी बैंक मैनेजर – तुलना टेबल

फीचरसरकारी बैंकप्राइवेट बैंक
सैलरी₹60k-₹90k₹50k-₹80k
जॉब सिक्योरिटीबहुत ज्यादाकम
वर्क प्रेशरकम-मध्यमज्यादा
प्रमोशनधीमा लेकिन स्थिरतेज लेकिन टारगेट-बेस्ड

बैंक मैनेजर बनने के दो रास्ते: How to become bank manager

1. Direct Recruitment:

Direct Recruitment के लिए आप बैंकिंग प्रतियोगी परीक्षाओं के जरिए सीधे Probationary Officer (PO) के पद पर भर्ती हो सकते हैं। जिसके लिए आपको 12वीं के बाद ग्रेजुएशन पूरी करनी पड़ती है, फिर IBPS PO, SBI PO या RBI Grade B जैसी परीक्षाएं पास करनी पड़ती हैं। परीक्षा पास करने के बाद आपको इंटरव्यू और ट्रेनिंग मिलती है, और 2-3 साल में आप मैनेजर के पद पर पहुंच सकते हैं इसका फायदा ये है कि आप शुरुआत से अछि स्किल पर सैलरी मिल सकती हैं, लेकिन परीक्षा कठिन होती है और चयन प्रक्रिया लंबी होती है।

2. Internal Promotion:

Internal Promotion से आप बैंक में Clerk या Officer के रूप में जॉइन कर सकते हैं, और तो अनुभव के आधार पर आपको प्रमोशन के जरिए मैनेजर बनाया जा सकता है। इसके लिए आपको IBPS Clerk या Specialist Officer जैसी परीक्षाएं पास करनी पड़ती हैं। आमतौर पर 2-5 साल तक का अनुभव और इंटरनल प्रमोशन परीक्षा/इंटरव्यू पास करने के बाद आप मैनेजर बन सकते हैं। इसका फायदा ये है कि नौकरी स्थिर होती है और प्रतियोगी परीक्षा का दबाव कम होता है, लेकिन इसमें समय थोड़ा ज्यादा लगता है।

Also Read – प्राइमरी टीचर बनने के लिए क्या करें? (Primary Teacher Kaise Bane)

शॉर्ट-टर्म बैंकिंग कोर्सेज (12वीं के बाद)

अगर आप शॉर्ट-टर्म बैंकिंग कोर्सेज ग्रेजुएशन के बिना जल्दी बैंकिंग सेक्टर में एंट्री करना चाहते हैं, तो 12वीं के बाद कुछ सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं। ये कोर्स आमतौर पर 6 महीने से 1 साल तक के होते हैं और इनमें बैंकिंग, फाइनेंस और कंप्यूटर स्किल्स की ट्रेनिंग मिलती है।

1. Diploma in Banking & Finance:

Diploma in Banking & Finance में आपको 6 महीने – 1 साल तक का कोर्स करना होता है, जिसमे आपकी फीस  ₹20,000 – ₹60,000 तक की होती है।

इसमें आपका फोकस बैंकिंग ऑपरेशंस, लोन प्रोसेसिंग, कस्टमर सर्विस का होता है, जिसमे आपका करियर स्कोप प्राइवेट बैंकों में कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव, बैंकिंग असिस्टेंट होता है।

2. Certificate Course in Banking:

Certificate Course in Banking में आपको 3 – 6 महीने तक का कोर्स करना होता है, जिसमे आपकी फीस ₹10,000 – ₹30,000 तक की होती है।

इसमें आपका बेसिक बैंकिंग नॉलेज, अकाउंट मैनेजमेंट, KYC और डॉक्यूमेंटेशन का होता है, जिसमे आपका करियर स्कोप बैक ऑफिस स्टाफ, कलेक्शन एग्जीक्यूटिव, सेल्स असिस्टेंट होता है।

3. Diploma in Finance & Accounting:

Diploma in Finance & Accounting में आपको 1 साल तक का कोर्स करना होता है, जिसमे आपकी फीस ₹25,000 – ₹70,000 तक की होती है।

इसमें आपको अकाउंटिंग, GST, इनकम टैक्स, और फाइनेंशियल रिपोर्टिंग का अनुभव मिलता है, जिसमे आपका करियर स्कोप अकाउंट असिस्टेंट, ऑडिट असिस्टेंट, बैंकिंग सपोर्ट रोल्स होता है।

4. Advanced Certificate in Banking Laws & Practices:

Advanced Certificate in Banking Laws & Practices में आपको 6 महीने तक का कोर्स करना होता है, जिसमे आपकी फीस ₹15,000 – ₹40,000 तक की होती है।

इसमें आपको बैंकिंग रेगुलेशंस, RBI नीतियां, और लोन रिकवरी प्रोसेस का अनुभव मिलता है, जिसमे आपका करियर स्कोप लीगल असिस्टेंट, लोन अप्रूवल असिस्टेंट होता है।

5. Computerized Accounting Course (Tally + GST):

Computerized Accounting Course (Tally + GST)  में आपको 3 – 6 महीने तक का कोर्स करना होता है, जिसमे आपकी फीस ₹8,000 – ₹25,000 तक की होती है।

इसमें आपको Tally ERP, GST फाइलिंग, और डिजिटल बैंकिंग टूल्स का अनुभव मिलता है, जिसमे आपका करियर स्कोप बैंकिंग सपोर्ट, फाइनेंस ऑफिस असिस्टेंट होता है।

बैंक मैनेजर बनने के लिए बेस्ट बुक्स और ऑनलाइन रिसोर्सेज:

अगर आप बैंकिंग एग्जाम और मैनेजमेंट रोल के लिए तैयारी करना चाहते  हो, तो ये किताबें और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म आपके लिए मददगार साबित हो सकते है।

बेस्ट बुक्स:

  • Quantitative Aptitude for Competitive Examinations – R.S. Aggarwal
  • Objective English for Competitive Examinations – S.P. Bakshi
  • Banking Awareness – Arihant Experts
  • Principles and Practices of Banking – Macmillan Education
  • Reasoning Ability for Banking Exams – B.S. Sijwali & Indu Sijwali

ऊपर दी गयी सभी बुक्स बैंक मैनेजर बनने के लिए बेस्ट बुक्स साबित हो सकती है।

ऑनलाइन रिसोर्सेज:

  • Adda247 – बैंकिंग एग्जाम के लिए लाइव क्लास और मॉक टेस्ट की प्रक्टिसे करवा ते है।
  • Oliveboard – प्रैक्टिस क्विज़ और पीडीएफ स्टडी मैटेरियल मिलता है।
  • Gradeup (अब Byju’s Exam Prep) – डेली करंट अफेयर्स और मॉक टेस्ट की प्रक्टिसे करवा ते है।
  • Testbook – बैंकिंग और इंश्योरेंस एग्जाम पैक मैटेरियल मिलता है।
  • YouTube Channels – जैसे Study IQ, Wifistudy, और Bankers Adda से आप स्टडी कर सकते है।

बैंक मैनेजर का डे-टू-डे वर्क (Daily Work of Bank Manager):

एक बैंक मैनेजर का का डे-टू-डे वर्क कई तरह की जिम्मेदारियों और निर्णय लेने से भरा होता है। इसमें उनका मुख्य काम सिर्फ शाखा को चलाना नहीं बल्कि उसे बढ़ाना भी होता है।

बैंक मैनेजर रोज़ाना के कामों में शाखा संचालन की निगरानी – सभी बैंकिंग लेनदेन, स्टाफ परफॉर्मेंस, और ग्राहक सेवाओं का निरीक्षण करना होता है।

  • शाखा संचालन की निगरानी – सभी बैंकिंग लेनदेन, स्टाफ परफॉर्मेंस, और ग्राहक सेवाओं का निरीक्षण करना होता है।
  • कस्टमर रिलेशनशिप – बड़े क्लाइंट्स, बिज़नेस अकाउंट्स और हाई-नेट-वर्थ कस्टमर्स से मीटिंग करना होता है।
  • लोन अप्रूवल और वेरिफिकेशन – पर्सनल, बिज़नेस और होम लोन की फाइल्स की जांच और स्वीकृति करना होता है।
  • टारगेट और सेल्स मॉनिटरिंग – डिपॉजिट, लोन और इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के सेल्स टारगेट पर नजर रखना होता है।
  • कर्मचारियों की ट्रेनिंग और मोटिवेशन – टीम को अपडेटेड और उत्साहित रखना होता है।
  • रेगुलेटरी कंप्लायंस – RBI और बैंक के नियमों के अनुसार काम सुनिश्चित करना होता है।

इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन टिप्स:

बैंक मैनेजर बनने के लिए सिर्फ एग्जाम पास करना ही नहीं, बल्कि इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन (GD) में भी अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी होता है।

इंटरव्यू टिप्स:

  • बैंक और उसकी नीतियों के बारे में रिसर्च करना होता है।
  • बेसिक बैंकिंग टर्म्स और करंट अफेयर्स में अपडेट रहना पड़ता है।
  • अपने पिछले अनुभव या प्रोजेक्ट्स को अच्छे उदाहरणों के साथ बताएं
  • प्रोफेशनल ड्रेस कोड अपनाएं और कॉन्फिडेंट बॉडी लैंग्वेज रखनी चाहिए

ग्रुप डिस्कशन टिप्स:

  • टॉपिक आने के बाद 20-30 सेकंड सोचें और फिर बोलना शुरू करना चाहिए
  • स्पष्ट और संयमित भाषा का उपयोग करना चाहिए
  • दूसरों की बात सुनें और उनके पॉइंट पर वैल्यू-एड करनी चाहिए
  • बहस को लड़ाई में न बदलें, टीम स्पिरिट दिखाएं

आप को इस लेक मे बताए गए तरीके से आप Bank manager बन सकते है, आप को इसमे दी गई जानकारी 100% सही नहीं है, इसमे कही कही mistakes भी हो सकते है ।

Leave a Comment